शार्क टैंक इंडिया के रिजेक्टेड स्टार्टअप्स की सफलता की कहानी

शार्क टैंक इंडिया का मंच जहां एक तरफ नए स्टार्टअप्स को सपोर्ट करता है, वहीं दूसरी तरफ कई स्टार्टअप्स को रिजेक्ट भी कर देता है। अक्सर, शार्क्स उन स्टार्टअप्स के बिजनेस मॉडल या आईडिया को लेकर सवाल उठाते हैं और फंडिंग देने से इनकार कर देते हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ऐसे कई स्टार्टअप्स हैं जिन्हें शार्क टैंक से रिजेक्शन मिला, लेकिन आज वे करोड़ों का मुनाफा कमा रहे हैं।

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1. एग्री टूरिज्म

पांडुरंग तावरे ने 2003 में एक अनोखे कांसेप्ट एग्री टूरिज्म की शुरुआत की, जो शहरी लोगों को गांव की जिंदगी का अनुभव कराने पर आधारित है। हल चलाना, पौधे लगाना, और गाय का दूध निकालने जैसी एक्टिविटीज के जरिए लोग प्रकृति से जुड़ते हैं। शार्क टैंक में यह आईडिया पसंद तो आया, लेकिन किसी ने फंडिंग नहीं दी। बाद में, नमिता थापर ने खुद उनकी फार्म पर जाकर अनुभव लिया और निवेश करने का फैसला किया। आज, इससे जुड़े फार्मर्स सालाना 15-16 लाख रुपये का प्रॉफिट कमा रहे हैं।

2. अर्बन मंकी

यश अग्रवाल ने 2014 में अर्बन मंकी ब्रांड शुरू किया, जो स्ट्रीट फैशन से जुड़ा है। उन्होंने कैप और स्केटबोर्ड डिजाइन से शुरुआत की। शार्क्स ने उनके प्रोडक्ट्स को सराहा, लेकिन कंडीशनल डील दी, जिसे यश ने ठुकरा दिया। इसके बाद, उनकी मेहनत रंग लाई और ब्रांड की सेल्स तीन गुना बढ़ गई। जहां पहले यह ₹1 करोड़ मासिक सेल कर रहा था, अब यह ₹3 करोड़ तक पहुंच गया है।

3. ठेका कॉफी

भूपेंद्र मदान ने एक यूनिक कांसेप्ट ठेका कॉफी पेश किया, जहां कॉफी बियर बोतल में सर्व की जाती है। शार्क्स ने उनके यूनिक प्रोडक्ट को पसंद किया लेकिन फंडिंग नहीं दी। बाद में, माइक्रोसॉफ्ट ने उनके बिजनेस को सपोर्ट करते हुए अपने बेंगलुरु ऑफिस में उनका कार्ट लगाने का मौका दिया। साथ ही, दुबई की एक कंपनी ने 22.5 करोड़ रुपये का निवेश किया।

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4. मूनशाइन मीडरी

मूनशाइन मीडरी ने एशिया का पहला मीडरी बेस्ड ब्रांड लॉन्च किया, जो शहद और फलों से बनी सबसे पुरानी शराब को पेश करता है। शार्क्स ने उनके प्रोडक्ट की तारीफ की लेकिन फंडिंग से इंकार कर दिया। इसके बावजूद, ब्रांड ने अपनी सेल्स बढ़ाकर करोड़ों का बिजनेस खड़ा कर लिया।

5. फ्लैट हिट्स

फ्लैट हिट्स एक इको-फ्रेंडली और लाइट वेट शूज बनाने वाला ब्रांड है। इसके को-फाउंडर गणेश बालाकृष्णन शार्क टैंक पर आए, लेकिन शार्क्स ने उन्हें फंडिंग देने से मना कर दिया। आज, उनकी कंपनी ने न सिर्फ मार्केट में अपनी जगह बनाई है बल्कि लाखों ग्राहकों का दिल भी जीता है।

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ये स्टार्टअप्स इस बात का सबूत हैं कि असफलता के बावजूद अगर आत्मविश्वास और मेहनत से काम किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है। शार्क टैंक के रिजेक्शन के बाद भी इन बिजनेस आइडियाज ने अपनी पहचान बनाई और करोड़ों का मुनाफा कमा रहे हैं।

Disclaimer

यह लेख केवल सूचना और मनोरंजन के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों पर आधारित है, और इसकी सटीकता की पूर्ण गारंटी नहीं दी जा सकती। शार्क टैंक इंडिया और संबंधित ब्रांड्स का जिक्र केवल संदर्भ के लिए किया गया है। किसी भी निवेश या व्यवसाय से संबंधित निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।

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