Rebel Foods: जानिए कैसे बना भारत का सबसे बड़ा क्लाउड किचन ब्रांड!

अगर आपने कभी जोमेटो या स्विगी से ऑनलाइन फूड ऑर्डर किया है, तो आपने फासोस, बहरू बिरयानी, और ओवन स्टोरी जैसे नाम जरूर देखे होंगे। अब आप सोच रहे होंगे कि इन ब्रांड्स का क्या संबंध है? दरअसल, ये सभी रेस्टोरेंट्स एक ही किचन से बनते हैं, क्योंकि ये सब “Rebel Foods” नाम की एक कंपनी के अंडर आते हैं, जो इंडिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन रेस्टोरेंट कंपनी बन चुकी है।

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Rebel Foods की शुरुआत

Rebel Foods का सफर एक छोटे से रेस्टोरेंट से शुरू हुआ था, जिसे दो आईआईएम ग्रेजुएट्स, जयदीप बर्मन और कलोल बनर्जी ने 2004 में शुरू किया था। इनका पहला ब्रांड “Faasos” था, जो पुणे में शुरू हुआ था। शुरुआत में ये सिर्फ एक पार्ट-टाइम बिजनेस था, लेकिन जयदीप का फूड बिजनेस का बैकग्राउंड और उनके पास जो नॉलेज थी, उस कारण Faasos ने जल्द ही पॉपुलैरिटी हासिल की।

Faasos से Rebel Foods तक

Faasos का मेन्यू शुरू में सिर्फ काठी रोल्स पर था, जो पुणे में काफी पॉपुलर हुआ। इसके बाद, Faasos ने अपने मेन्यू में रैप्स, रोल्स, फ्रैंकीज और इंडियन फूड्स को शामिल किया, ताकि वो McDonald’s, Subway, और Domino’s जैसी बड़ी चेन को टक्कर दे सके। 2011 में, Faasos की पॉपुलैरिटी बढ़ी और Sequoia Capital ने कंपनी में $10 मिलियन का निवेश किया।

हालांकि, फासोस को एक लिमिटेड जगह में ही सफलता मिल रही थी, और कंपनी को एक नए रास्ते की जरूरत थी। इस दौरान, जब इंटरनेट का उपयोग बढ़ने लगा, तो Faasos ने 2014 में अपनी मोबाइल ऐप लॉन्च की, जिससे लोग आसानी से घर बैठे फूड ऑर्डर कर सकते थे। इसके बाद फाउंडर्स ने एक नया सर्वे किया, जिसमें उन्होंने देखा कि 70-80% लोग केवल ऑनलाइन ऑर्डर कर रहे थे, और कई ग्राहक Faasos के आउटलेट्स पर नहीं आते थे।

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Cloud Kitchen Model

इस डेटा ने फाउंडर्स को एक नई दिशा दिखाई। उन्होंने पाया कि एक सामान्य रेस्टोरेंट चलाने में बहुत सारे खर्च और रिस्क होते हैं। इसके बाद, 2015 में उन्होंने “Cloud Kitchen” मॉडल को अपनाया, जिसे अब हर बड़े फूड बिजनेस की जरूरत बन चुकी है। क्लाउड किचन में आपको एक महंगी लोकेशन की जरूरत नहीं होती, और रेंट कम होने की वजह से कंपनी के खर्चे भी कम हो जाते हैं।

Expansion and New Brands

Rebel Foods ने 2016 में “Rebel Foods” की शुरुआत की और Faasos को इसका हिस्सा बना लिया। उसी साल, उन्होंने “Behrouz Biryani” और “Oven Story” जैसे नए ब्रांड लॉन्च किए, जिनका लोगों ने बहुत पसंद किया। इसके बाद कंपनी ने “Feringhee Bake”, “LunchBox”, “Winds” जैसी नई ब्रांड्स भी लॉन्च की, और इन ब्रांड्स को अलग-अलग प्रकार के कस्टमर्स के लिए डिज़ाइन किया। इस तरह से Rebel Foods ने अपने 45 से अधिक ब्रांड्स को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर पेश किया।

International Expansion

India में सफल होने के बाद, Rebel Foods ने 2019 में UAE और Indonesia में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसके बाद 2020 में, Singapore, Malaysia, Bangladesh और UK में भी अपने कारोबार का विस्तार किया। इसके चलते कंपनी का रेवेन्यू 561 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो 2019 से 83% ज्यादा था।

The Future of Rebel Foods

Rebel Foods का इस समय 10 देशों में 450 से अधिक क्लाउड किचेंस हैं, और यह कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी क्लाउड किचन चेन बन चुकी है। ये सभी ब्रांड्स एक दूसरे से अलग-अलग डिशेज के लिए जाने जाते हैं, और हर एक ने अपनी एक मजबूत पहचान बनाई है।

Rebel Foods की सफलता का राज इसके स्मार्ट बिजनेस मॉडल में है, जिसमें वे अपने ब्रांड्स को खास पहचान देने के साथ-साथ कस्टमर्स की पसंद के हिसाब से विस्तार कर रहे हैं। ये क्लाउड किचन का मॉडल न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में फूड इंडस्ट्री को एक नई दिशा दे रहा है।

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Conclusion

Rebel Foods ने भारत से लेकर दुनिया तक फूड बिजनेस के परंपरागत तरीकों को चुनौती दी है। इससे यह साबित हो गया है कि यदि आपके पास सही बिजनेस मॉडल और कस्टमर की जरूरतों को समझने की समझ हो, तो आप किसी भी व्यापार में सफलता हासिल कर सकते हैं। आज Rebel Foods की कामयाबी इसकी सही रणनीतियों और इनोवेशन का परिणाम है, और आने वाले समय में ये और भी अधिक सफलता हासिल करने के लिए तैयार है।

डिस्क्लेमर: इस लेख में प्रदान की गई जानकारी उपलब्ध स्रोतों पर आधारित है और केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है। हम सामग्री की सटीकता सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश करते हैं, लेकिन हम इस विवरण की पूर्णता या सहीता की गारंटी नहीं दे सकते। इस लेख में व्यक्त किए गए कोई भी विचार, राय या बयान लेखक के हैं और ये किसी संगठन या कंपनी के दृष्टिकोण को नहीं दर्शाते। पाठकों से निवेदन है कि वे किसी भी जानकारी को अपने निर्णय लेने से पहले सत्यापित करें।

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