अगर हिटलर 2025 में आ जाए तो क्या होगा?

क्या हो अगर इतिहास का सबसे खतरनाक तानाशाह अचानक हमारे दौर में आ जाए? सोचकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं, है ना? लेकिन अगर ऐसा हो जाए तो क्या होगा? इसी कल्पना को आधार बनाकर एक दिलचस्प कहानी सामने आती है, जिसमें हिटलर 1942 से सीधा 2025 में पहुंच जाता है। अब एक ऐसी दुनिया में जहां लोग उसे पहचानते तक नहीं, वह कैसे प्रतिक्रिया देगा? और आधुनिक समाज उसकी मौजूदगी को कैसे लेगा? आइए, इस कहानी को विस्तार से समझते हैं।

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हिटलर की नई दुनिया में एंट्री

जब हिटलर की आंख खुलती है, तो वह खुद को बर्लिन के एक पार्क में पाता है। चारों ओर धुंआ-धुंआ नजर आ रहा है, और उसे लगता है कि शायद दुश्मनों ने हमला कर दिया है। लेकिन सच्चाई कुछ और थी—वह समय में यात्रा करके सीधे 2025 में आ गया था! जब वह अपने पैरों पर खड़ा होता है तो आस-पास की ऊंची इमारतों को देखकर हैरान रह जाता है। इसी बीच तीन बच्चे जो फुटबॉल खेल रहे थे, उसके पास आते हैं और उसकी मदद करने की कोशिश करते हैं। वह उनसे एक सड़क का पता पूछता है, लेकिन असली हैरानी तब होती है जब लोग उसे देखकर सेल्फी लेने लगते हैं!

आधुनिक दुनिया में हिटलर की मुश्किलें

अब तक जो लोग उसे देखकर कांपते थे, वही अब उसके साथ हंसी-मजाक कर रहे थे। उसे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर उसके साथ हो क्या रहा है! तभी एक रिपोर्टर उसकी वीडियो रिकॉर्ड कर लेती है, और उसका चेहरा कैमरे में कैद हो जाता है। जब वह भीड़ के बीच घूमता है, तो उसे सबसे ज्यादा हैरानी इस बात की होती है कि कोई उसे सलाम नहीं कर रहा, बल्कि लोग उसे एक कॉसप्ले आर्टिस्ट समझकर उसके साथ तस्वीरें खिंचवा रहे हैं।

इतने में एक महिला उसे देखकर डर जाती है और उसकी आंखों में पेपर स्प्रे मार देती है! जलन से परेशान हिटलर किसी तरह एक दुकान में जाकर अखबार पढ़ता है और जब उसे पता चलता है कि वह 2025 में आ गया है, तो सदमे से बेहोश हो जाता है।

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फेबियन और हिटलर की मुलाकात

दूसरी तरफ, एक स्ट्रगलिंग रिपोर्टर फेबियन, जो अपनी नौकरी गंवा चुका था, अचानक अपने पुराने फुटेज में हिटलर जैसे दिखने वाले इंसान को देखता है। वह चौंक जाता है और उसकी तलाश में निकल पड़ता है। जब वह हिटलर को ढूंढ लेता है, तो उसे विश्वास नहीं होता कि कोई व्यक्ति हूबहू हिटलर जैसा दिख सकता है।

फेबियन को एक आइडिया आता है—क्यों न हिटलर को जर्मनी की गलियों में ले जाकर लोगों से उसकी राय पूछी जाए? हिटलर भी इस पर राज़ी हो जाता है, लेकिन उसकी शर्त होती है कि वह राजनीति से जुड़े सवाल पूछेगा। डील फाइनल होती है, और फेबियन अपनी मां से पैसे उधार लेकर इस प्रोजेक्ट को शुरू करता है।

हिटलर का इंटरव्यू और लोगों की प्रतिक्रिया

जब हिटलर को लोगों के सामने पेश किया जाता है, तो प्रतिक्रियाएं मिली-जुली होती हैं। कुछ लोग उसे देखकर डर जाते हैं, तो कुछ उसकी नीतियों के बारे में चर्चा करने लगते हैं। कुछ लोगों का मानना था कि उसकी माइग्रेशन पॉलिसी सही थी, जबकि कुछ उसे क्रूर तानाशाह कहते हैं। हिटलर को इस नई दुनिया में भी राजनीति के प्रति वही आक्रोश दिखता है जो उसके समय में था, बस अब लोग इसे खुलकर व्यक्त नहीं कर रहे।

हिटलर का गुस्सा और फेबियन की दुविधा

इसी बीच, जब हिटलर एक पपी के साथ खेल रहा होता है, तो वह उसे काट लेता है। गुस्से में वह उसे गोली मार देता है! यह देखकर फेबियन घबरा जाता है और तुरंत हिटलर को वहां से ले जाता है। हिटलर को यह समझ नहीं आता कि लोग अब भी उससे डर क्यों नहीं रहे।

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निष्कर्ष

यह कहानी एक दिलचस्प सोच को दर्शाती है—अगर इतिहास का सबसे क्रूर तानाशाह आज की दुनिया में आ जाए, तो क्या होगा? हिटलर के लिए यह दुनिया पूरी तरह से अजनबी थी, जहां तकनीक हावी थी और लोकतंत्र की एक अलग परिभाषा थी। लेकिन वह अब भी वही था—एक सनकी तानाशाह, जो दुनिया को अपने नजरिए से देखना चाहता था।

अस्वीकरण (Disclaimer)

यह लेख केवल मनोरंजन और कल्पना पर आधारित है। इसका उद्देश्य किसी भी ऐतिहासिक घटना, व्यक्ति या विचारधारा का समर्थन करना नहीं है। हिटलर एक क्रूर तानाशाह था, जिसकी नीतियों ने दुनिया को अपार कष्ट दिया। यह लेख सिर्फ एक काल्पनिक कहानी के रूप में लिखा गया है, जिससे यह दर्शाया जा सके कि यदि ऐसा व्यक्ति आधुनिक समाज में आ जाए, तो क्या होगा। हमारा उद्देश्य केवल ऐतिहासिक और सामाजिक परिप्रेक्ष्य को एक दिलचस्प ढंग से प्रस्तुत करना है, न कि किसी भी प्रकार की हिंसा, नस्लवाद या अधिनायकवाद को बढ़ावा देना।

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