जब भी सैमसंग का नाम सुनते हैं, तो सबसे पहले हमारे दिमाग में स्मार्टफोन, टीवी, और इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स आते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि यह वही कंपनी है जिसने कभी नूडल्स, मछली और सूखे मेवे बेचे थे? आज सैमसंग न केवल स्मार्टफोन और टीवी बनाता है, बल्कि शिप, फाइटर जेट, टैंक्स और मेडिकल उपकरण तक बनाता है। यहां तक कि दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा भी सैमसंग ने ही बनाई है।
सैमसंग की शुरुआत: एक ट्रेडिंग कंपनी से टेक्नोलॉजी दिग्गज तक
1938 में कोरिया के ली ब्योंग-चुल ने सैमसंग की शुरुआत एक छोटी सी ट्रेडिंग कंपनी के रूप में की थी। उस समय यह कंपनी नूडल्स, मछली और सब्जियां बेचती थी। कोरियन भाषा में “सैमसंग” का मतलब “तीन सितारे” होता है, जो शक्ति, बड़ा सपना और चमकने की क्षमता को दर्शाता है।
1950 के कोरियन युद्ध के दौरान कोरिया की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई। लेकिन ली ब्योंग-चुल ने हालात को अपने पक्ष में मोड़ा और कंपनी को अलग-अलग सेक्टर्स में फैलाने का फैसला लिया। यही सैमसंग की असली ग्रोथ का शुरुआती कदम था।
कैसे सैमसंग बना मल्टी-इंडस्ट्री कंपनी?
- शुगर और टेक्सटाइल बिजनेस: 1950 के दशक में सैमसंग ने शुगर और कपड़ा उद्योग में कदम रखा और कोरिया की सबसे बड़ी टेक्सटाइल फैक्ट्री बनाई।
- इंश्योरेंस और फाइनेंस सेक्टर: 1960 के दशक में सैमसंग ने इंश्योरेंस और बैंकिंग सेक्टर में एंट्री ली।
- इलेक्ट्रॉनिक्स की शुरुआत: 1969 में सैमसंग ने इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में कदम रखा और पहला ब्लैक एंड व्हाइट टीवी लॉन्च किया। यह वही दौर था जब कंपनी ने खुद के माइक्रोवेव, एयर कंडीशनर और वॉशिंग मशीन बनानी शुरू की।
1980 का दशक: चिप मेकर से मोबाइल लीडर बनने तक का सफर
1983 में सैमसंग ने सेमीकंडक्टर बिजनेस में कदम रखा और खुद के माइक्रोचिप्स बनाने शुरू किए। यही वह समय था जब सैमसंग ने खुद को एक टेक्नोलॉजी कंपनी में बदल दिया।
1990 के दशक में सैमसंग ने मोबाइल फोन बनाना शुरू किया, लेकिन यह इतना आसान सफर नहीं था। 1995 में सैमसंग के चेयरमैन ली कुन-ही ने अपनी फैक्ट्री में बने हजारों मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स को अपने कर्मचारियों के सामने नष्ट करवा दिया क्योंकि वे क्वालिटी स्टैंडर्ड्स को पूरा नहीं कर रहे थे। यह कदम एक बड़ा संदेश था कि सैमसंग केवल बेस्ट क्वालिटी प्रोडक्ट्स ही बनाएगा।
सैमसंग सिर्फ मोबाइल कंपनी नहीं है!
आज अगर आप सोचते हैं कि सैमसंग सिर्फ स्मार्टफोन और टीवी बनाता है, तो यह आपकी सबसे बड़ी गलती होगी।
- सैमसंग कंस्ट्रक्शन: सैमसंग ने दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा और मलेशिया के ट्विन टावर बनाए।
- सैमसंग हैवी इंडस्ट्रीज: यह दुनिया के सबसे बड़े शिपबिल्डर्स में से एक है।
- सैमसंग मेडिकल सेंटर: यह एडवांस मेडिकल टेक्नोलॉजी में भी काम कर रहा है।
- सैमसंग डिस्प्ले और चिप्स: एप्पल, गूगल और वनप्लस जैसे ब्रांड्स भी सैमसंग की डिस्प्ले और चिप्स का इस्तेमाल करते हैं।
सरकार की मदद से बना कोरियन दिग्गज
सैमसंग की सफलता का एक बड़ा कारण कोरियन सरकार का समर्थन भी है।
- 1950 के बाद कोरियन सरकार ने बड़े बिजनेस ग्रुप्स को प्रमोट किया, जिससे उन्हें लोन, टैक्स बेनिफिट और फंडिंग मिली।
- जापान और अन्य देशों से इलेक्ट्रॉनिक्स इंपोर्ट पर बैन लगाया गया, जिससे लोकल कंपनियों को ग्रो करने का मौका मिला।
- कोरियन सरकार और सैमसंग के बीच गहरे राजनीतिक संबंध रहे हैं, जिससे इसे बार-बार फायदे मिलते रहे।
हालांकि, इस सब के बावजूद, सैमसंग की टेक्नोलॉजी और क्वालिटी परफेक्शन ही उसकी असली ताकत बनी।
सैमसंग का भविष्य: क्या रहेगा आगे?
आज सैमसंग टेक्नोलॉजी की दुनिया में AI, फोल्डेबल स्मार्टफोन्स, और इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी पर काम कर रहा है। कंपनी अब स्मार्टफोन के अलावा रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और हेल्थ टेक्नोलॉजी में भी इन्वेस्ट कर रही है।
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नतीजा: सैमसंग एक बिजनेस एम्पायर है!
सैमसंग की कहानी यह सिखाती है कि अगर सही समय पर सही फैसला लिया जाए, तो कोई भी कंपनी एक छोटे ट्रेडिंग बिजनेस से ग्लोबल टेक्नोलॉजी लीडर बन सकती है। आज सैमसंग सिर्फ एक कंपनी नहीं, बल्कि एक बिजनेस साम्राज्य है जो आने वाले समय में और भी ऊंचाइयों तक पहुंचेगा।